Thursday, 29 August 2019

उम्र और लम्बाई से जानें कितना बजन होना चाहिए

उम्र और लंबाई के अनुसार कितना होना चाहिए आपका वजन, ऐसे लगाएं पता
Astha Jyotish Asansol 
ज्योतिष और वास्तु समाधान 
आसान उपाय के लिए संपर्क करें wp 9333112719 पर ।
Vastu Guru-Mkpoddar. 

आज के समय में जिस तरह की अनियमित जीवनशैली हम जी रहे हैं उससे स्वस्थ रहना अपने आप में एक चुनौती बन गई। दरअसल हेल्दी रहने के लिए सही डाइट के साथ सही वजन का पता होना बेहद जरूरी हैं, पर आजकल हम जिस तरह का भोजन लेते हैं वो हमारी पेट की भूख तो शांत करता है, पर हमें सही पोषण नहीं देता है । जिससे लोग अनियमित खानपान की वजह से या तो मोटापे का शिकार बन रहे हैं या फिर कुपोषण का । ऐसे में सवाल ये उठता है कि हमारे शरीर का वजन कितना होना चाहिए.. अक्सर लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि हमारा आदर्श वजन कितना होना चाहिए या फिर एक खास उम्र में कितने वजन का बढ़ना ठीक है। अगर आपकी भी कुछ ऐसी ही दुविधा है तो चलिए आपको बताते हैं कि उम्र और लम्बाई के अनुसार एक व्यक्ति का आदर्श वजन कितना होना चाहिए।

लिंग, उम्र और लम्बाई के अनुसार होना चाहिए वजन




आदर्श वज़न व्यक्ति विशेष के लिंग, उम्र, लम्बाई और शरीर के ढांचे पर निर्भर करता है, जैसे कि महिलाओं और पुरुषों में आदर्श वजन अलग-अलग होता है.. लिगं के हिसाब से बात की जाए तो 16 साल की उम्र में लड़को का वजन जहां 50 से 60 के बीच होना चाहिए, वहीं लड़कियों का वजन उम्र भी लगभग 45-50 किलो के बीच ही होना चाहिए। वहीं आदर्श वजन के लिए सबसे अच्छा मानक व्यक्ति के लम्बाई को माना जाता है,यानी कि जिसकी लंबाई अधिक होगी उसका वजन ज्‍यादा और जिसकी लंबाई कम उसका वजन उसी के अनुरूप कम होना चाहिए। इसके लिए आपको बॉडी मास इंडेस्क यानी बीएमआई स्तर की जानकारी जरूरी है।

बीएमआई से जाने आदर्श वजन


दरअसल बीएमआई आपके शरीर का वजन और लंबाई का रेशियो होता है। ये आदर्श वजन जानने का एक सिंपल फॉर्मूला है जिसके आधार पर ये पता लगा सकते हैं कि आप ओवरवेट हैं या फिर अंडर वेट। तो चलिए आपको इसे जानने का तरीका बताते हैं।

इसे जानने के लिए अपनी लंबाई और वजन को चेक करें और इस फॉर्मूले पर फिट करें। इसका फार्मुला है-  बीएमआई = वजन (किलोग्राम) / (ऊंचाई X ऊंचाई (मीटर में))

जैसे कि अगर आपका वजन 60 किलो है और लंबाई 5.8 फीट यानी 1.76784 मीटर है। तो इसका बीएमआई ऐसे निकाल सकते हैं..  60/ 1.76784 X 1.76784 = 19.20  यानी आपका बीएमआई होगा।

अंडरवेट हैं आप


अब सवाल ये है कि बॉडी इंडेक्स कितना होना चाहिए ताकि हम ये पता लगा सकें वजन के अनुसार हम हम स्वस्थ हैं। तो आपको बता दें कि आदर्श बीएमआई 18.5 से 24.9 के बीच मानी गई है। मतलब अगर आपका बीएमआई 18.5 से कम है तो समझ लें कि आपका वजन सामान्य से कम है । ऐसे में आपको सही खानपान के जरिए अपना  बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।

फिट हैं आप


वहीं 18.5 से 24.9 के बीच अगर आपका बीएमआई स्तर है तो यह आदर्श स्थिति है। आप बिल्कुल फिट है और आपको बस इसे मेनटेन रखना है।

पर वहीं अगर आपका बीमाई स्तर 25 या अससे ऊपर है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। क्योंकि ऐसी स्थिति में आपको डायबिटीज, दिल का रोग या स्ट्रोक होने का खतरा हो सकता है, वहीं अगर आपका बीएमआई 30 से अधिक है तो आप मोटापे के सभी दुष्परिणामों के लिए तैयार हो जाएं, क्योंकि आप अपनी वजन के अनुसार एक घातक स्थिति में पहुंच चुके हैं।

शिशु प्राप्ति के अचूक प्रयोग

शिशु पैदा कैसे हो
http://vastujyotishsamadhan.blogspot.comआइये जानने की कोशिश करते हैं । असान एवं अचूक उपाय___
Astha Jyotish.  Vastu Master (Mkpoddar)

सुक्राणु दो टाइप के होते है जिन्हें साइंस की भाषा में क्रोमोजोम (chromosome) कहते है जो X क्रोमोजोम और Y क्रोमोजोम होते है पुरुष में ये दोनों तरह के X और Y क्रोमोजोम पाए जाते है जबकि स्त्री के अंडाशय में केवल दो XX क्रोमोसोम ही होते हैं जब सम्भोग के बाद पुरुष के वीर्य का Y क्रोमोजोम महिला के अंडे (eggs) से मिलता है तब लड़का पैदा होता है और यदि गर्भाधान के समय यदि स्त्री के  X क्रोमोसोम पुरुष के X क्रोमोसोम से मिल जाये तो लड़की का जन्म होता है।

इस सर्वमान्य वैज्ञानिक तथ्य से यह साबित होता है की लड़की या लड़के के जन्म के लिए पुरुष ही जिम्मेदार होता है। किसी स्त्री को लड़के को जन्म न देने के लिए दोषी ठहराना सर्वथा अनुचित है।

पुत्र प्राप्ति के लिए गर्भ धारण करने का तरीका –
पीरियड (Period) की सही गिनती करें मासिक धर्म (Period) शुरू होने वाले दिन को पहला दिन गिनना चाहिए।

पुत्र प्राप्ति के लिए मासिक धर्म (Period) शुरू होने वाले दिन से गिन कर चौथी, छठी, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं और 16वीं रात को सम्भोग करना चाहिए।

जबकि पुत्री प्राप्ति के लिए 5वीं, 7वीं, 9वीं, 11वीं, 13वीं तथा 15वीं रात को सम्भोग करना चाहिए।

अगर आपका मासिक धर्म (Period 10 April) को रात 9 बजे शुरू हुआ है तो 11 April को रात 9 बजे आपके मासिक धर्म का एक दिन पूरा होगा।
ध्यान रखें, आप 11 April को दूसरा दिन न गिनें। पीरियड शुरू होने के 24 घंटे के बाद हीं दूसरा दिन गिनें।
अगर आपको बेटा चाहिए तो जबतक गर्भ ठहर नहीं जाता है, तबतक 5वीं, 7वीं, 9वीं, 11वीं, 13वीं तथा 15वीं रात को Sex नहीं करें।
उसी तरह अगर आपको बेटी चाहिए तो चौथी, छठी, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं और 16वीं रात को गर्भधारण होने से पहले Sex न करें।
आपकी गिनती में 1 भी घंटे की गलत नहीं होनी चाहिए। गलत गिनती आपको इच्छित परिणाम प्राप्त नहीं होने देगी।
जाने: जल्दी और आसानी से गर्भवती होने के तरीके।

लड़का पैदा करने के घरेलू उपाय है पेय पदार्थ

पुत्र की प्राप्ति के लिए स्त्री के साथ संभोग करने से 15 से 30 मिनट पहले 2-3 कप चाय या तेज कॉफी पीनी चाहिए। ऐसा इसलिए करना चाहिए ताकि लड़का पैदा करने के लिए जरूरी Y शुक्राणुओं की गति तेज हो सके और उनके जिंदा रहने की शक्ति बनी रहती है। इसी तरह लड़का पैदा करने के लिए स्त्री को भी संभोग करने से पहले कॉफी का सेवन करना चाहिए। अगर महिला न ले पाए तो पुरुष को तो कॉफी आदि पी ही लेनी चाहिए। संभोग करने के बाद स्त्री को ठंडा पानी पीना चाहिए।

Cont . Wp.9333112719 .

संभोग के समय आसन –
लड़के की प्राप्ति के लिए पुरुष को अपने लिंग को पत्नी के पीछे से योनि में प्रवेश कराना चाहिए इससे शुक्राणु सीधे गर्भाशय के द्वार पर पहुच जाते है। महिला के गर्भाशय का मार्ग योनि की अपेक्षा अधिक क्षारीय होता है। योनि मार्ग में मौजूद अम्लीय वातावरण के कारण ही पुरुष के (y) शुक्राणु नष्ट हो जाते है।

लडका पैदा करने के लिए स्त्री और पुरुष दोनों को ऊपर बताये गए दिनों के अनुसार संभोग करना चाहिए यानि की एक रात में कम से कम 2-3 बार तो इस क्रिया को करना ही चाहिए। ऐसा करने पर शुक्राणुओं की संख्यां में बढ़ोतरी होती है और (Y) शुक्राणुओं को लाभ मिलता है जिससे पुरुष का y और महिला का x सुक्राणु मिलकर पुत्र का निर्माण प्रारंभ करते हैं।

लड़का पैदा करने के घरेलू उपाय में सामिल है काम-उत्तेजना

यदि पति और पत्नी दोनों संतान के रूप में पुत्र पैदा करना चाहते हैं तो लड़का पैदा करने के लिए संभोग क्रिया करते समय पुरुष के संतुष्ट होने से पहले पत्नी को उत्तेजना की चरमसीमा (चरम शुख ) पर पहुंचना चाहिए। ऐसा अगर संभोग करते समय हर बार हो तो यह लड़का पैदा होने की संभावना को बढ़ा देता है।

लड़के की चाह है तो रहे तनाव मुक्त –
पति और पत्नी को अगर लड़के की चाहत है तो उन दोनों को संभोग करते समय दोनों को तनाव मुक्त रहना चाहिए और अपना सारा ध्यान संभोग क्रिया पर लगाना चाहिए। न की बच्चे के बारे में सोचने में क्योकि यह पल आपके लिए भी खास होता है जिसका पूरा आनदं आपको लेना चाहिए।
लड़की (पुत्री) पैदा करने के लिए

जिन जोड़ो को पुत्री पैदा करने की चाह है उन्हे लड़का पैदा करने के लिए जो उपाय बताये गये है उसके विपरीत क्रिया पर चलना है जैसे पुत्र की प्राप्ति के लिए शुक्लपक्ष और समरात्रि को संभोग करना चाहिए। उसी प्रकार लड़की प्राप्त करने के लिए कृष्णपक्ष और विषमरात्रि को संभोग करना चाहिए। इसके अलावा पुरुष के लिए जो भी चीजों का सेवन करना बताया गया है उसे उन चीजों का सेवन नहीं करना। jai Mata di----------

Saturday, 24 August 2019

अंक ज्योतिषी से जाने खोई वास्तु कहाँ है

अंक ľयोʭतष सेजानेखोई वŗतूके बारेम.ȵ..
आइयेजानतेहकै ैसेपता लगायेअपनेखोए Ȏए सामान या अŊय objects के बारेम.ȵlost objects numerology in
hindiऐसा माना जाता हैहमारे subconscious को सुब कुछ मालूम होता हैया उसकेɸारा हम कुछ भी कर सकतेहै
इसके बारमे ȵहम बाद मȵबताएगं े आज बात करतेहैयʬद आपक˝ कोई चीज़ गमु गयी तो उसका ķया हाल हैया वो ʮमलेगी या
नही तो उसके बारेमȵकैसेपता कर.े इसकेʯलए आप सबसेपहलेएक जगह बैठ जाइयेऔर अपनी खोयी Ȏई सामान या कुछ
भी जो खो गया हैउसका ʼnयान क˝ʱजयेऔर एक कोरेकागज पर 9 अंकɁ तक कोई भी संĸया ʯलʲखए और उसका जोड़
क˝ʱजयेलेʭकन इस संĸया को ʻसगल ʮडʱजट तक नही जोड़ना।how to find lost objects with the help of
numerologyजैसेexample केʯलए 981247820 = 41 योग बनता ह.ै तो इसको 41 ही लȵगे। और अब 41 मȵदेʲखये
ķया ʯलखा इसके बारेम.ȵइनमे1 से5 नंबर का उɲर नही आता अब आपक बतातेहैयोग केʭहसाब सेपʫरणाम ķया होताह.ै
6 - येसामान आस पास हो सकता ह.ैʭकसी सेइसकेʯलए झगड़ा न कर.े 7 - ʭकसी कपड़ेमयȵ ेहो सकता ह.ै8 - येʭकसी के
पास हैलेʭकन वो आपको पसंद नही करा तो चीज़ आपको वाʭपस नही ʮमल सकती. 9 - येʭकसी जवान वयʯɢ के पास हो
सकती हैलेʭकन उसेइस बात का पतानही ह,ैआपक˝ चीज़ आपको ʮमल जाएगी। 10 - अपनेकमरेमȵही इस चीज़ को ढूंढ़ना
चाʭहए। 11 - आपका सामान ʭकसी नद˛, कुआँयाअŊय पानी केŗƍोत के पास ह.ै 12 - आपक˝ चीज़ जहाँभी हैठ˜क ह,ैये
आपक भʭवŖयमȵʮमल जाएगी। 13 - येआपक˝ ही ʭकसी अलमारी या शूरकै केआस पास हो सकती ह.ै 14 - यʬद क˝ छोट˛
चीज़ हैतो पानी केअंदर हैयʬद कपडा हैतो और कपड़Ɂ केआस पास ही ह.ै 15 - इसेढूंढनेकेʯलए ʭकसी बļचेक˝ मदद
लीʱजये. 16 - इसका ʮमलना मʵुŕकल ह.ै 17 - येʭकसी महगं ी item के पास हो सकता ह.ै 18 - येʭकसी pillow, towels
या ʭकसी अŊय सॉŌट object के पास हो सकती ह.ै अगर येचीज़ ȟसरी बार खोयी हैदोबारा नही ʮमलनेवाली. 19 - ये
आपके घर के पास ही हैʭकसीसूखेएʫरया मȵइसेढूंढेजहांधलू ʮमटट˛ हो. 20 - sink, बाथȝम, टॉयलेट केआस पास होनी
चाʭहए. 21 - पसĵ, अटैची या ʭकसी cabinet मȵहो सकती ह.ै 22 - आपका सामान आपको ʮमल जाएगा, अचानक आपको
याद जाएगा या कोई सपना आ जाएगा।23 - जहाँभी आप हो वहाँसेजयादा ȟर नही ह.ै24 - ऐसी जगह देखेजहा आप पहले
अपना सामान रखतेथे. अŊय सदŗयɁ क˝ मदद लȵ. 25 - ʭकसी उजलेŗथान पर येसामान ह,ैľयादा ȟर नही ह.ै 26 - ʭकसी
बड़ेवयʯɢ को पता हैकेसामान कहाँहैया तो बताना नही चाहता या उसेखुɻ नही पता केआप सामान ढूंढ रहेहो. 27 - हो
सकता हैइसेनकु सान Ȏआ हो. येʭकसी Ŕहीकल के अंदर हो सकती ह.ै 28 - येʭकसी और को ʮमल गया हैऔर वो आपक
नही देना चाहता।।।। अपनेसामान को भलू जाइये. 29 - ʭकसी बȎत छोटेया बȎत बड़ेके पास येसामान होना चाʭहए, ʮमल
जाएगा 30 - जब आप बļचɁमȵʭबजी थेजब येचीज़ खोई होगी, वहीपर ढूंʬढए।31 - घर सेľयादाȞरी पर येनही ह.ैʭकसी
चलतेȎएपानी के पास येह.ै 32 - या तो ʲखड़क˝ के पास हैनही तो ʭकसी ऊंचाई पर येहोना चाʭहए. 33 - पʭवƍ सामान या
मʬंदर का सामान जहाँरखतेहैउसकेआस पास होना चाʭहए. 34 - ʭकसी इलेʪķƈक समाना के पास होना चाʭहए. 35 - ये
ʭकसी सामान को ʭहलानेसेही ʮमलेगी 36 - अपनेघर केʭकसी मबȵ र केŗटोरजे मȵदेʲखये37 - जगह सेपूवĵक˝ और देखना
चाʭहए 38 - ऐसी जगह जहाआँ प डेली जातेहो जैसेपड़ोस या ऑʭफस 39 - येʭकसी ऊंचाई पर हो सकती है40 - येहो
सकता हैखुद ही ʭकसी सेफ मȵरख कर भलू गए हो. 41 - ʭकसी कोठरी मȵअंदर क˝ तरफ ह.ै 42 - येʭकसी खानेवाली जगह
के पास हैजैसेरसोई या कोई अŊय रŗेटोरटȵ जहांआप जातेरहतेहो. 43 - आपका सामान ʭकसी आराम करनेक˝ जगह जैसे
बेड, lounge के पास या कŏबल या शीट्स के बीच मȵहो सकता ह.ै 44 - येʭकसी डटˡ जगह पर था जो ʭकसी वकĵर के हाथ
लग गया ह.ै 45 - ʭकसी अँधरेेवाली जगह सकता ह.ै 46 - ʭकसी ऐसेवयʯɢ सेहŒेप लेʱजसपर आप ʭवʄास करतेहो. थोड़ा
सा इंतज़ार कर.े 47 - कुछ लोगɁ कोइसके बारेमȵपता हैऔर हो सकता हैवो झूठ बोल रहेहो, अपनेनीचेकाम करनेवालɁ
सेपूछȵ48 - अपनेघर बतĵनɁ क चके करेया कही खाने पीनेक˝ चीज़Ɂ के पास देखȵ। 49 - ढूंढनेसेकोई फायदा नही अगर
ķयूंʭक अगर हैभी तो बȎत ľयादा damaged हो चकु ा ह.ै 50 - येआपसेȟर हो सकता ह.ैʭकसी Ŕहीकल के अंदर चके कर.े
51 - ʭकसी मʬंदर या अŊय पʭवƍ जगह पर ढूंढे, हॉʵŗपटल भी इसमȵआएगा 52 - येʭकसी के पास हैʱजसेआप नही जानते
लेʭकन येआपकेʭकसी जानकार का जाननेवाला हो सकता ह.ै 53 - येआपको नही ʮमलेगा बʪŒक आपके absence मȵ
ʭकसी और को ʮमलेगा। 54 - येचीज़ एक जगह सेȟसरी जगह चली गयी ह.ैʮमल सकती हैलेʭकन टाइम लगेगा। 55 - ये
आपको तब ʮमलेगा इसके संभावना खņम हो जाएगी। 56 - शायद आप इसकेपास सेअभी या एक दो ʬदन पहलेʭनकलेहै
याद कर.ेपानी पास मȵहोगा। 57 - येआपको ʭकसीsport activity के दौरान पायेगा।58 - येʭकसी नेगŗुस

Thursday, 22 August 2019

तन्त्र शक्ति और वास्तु समाधान

हम आपको बता रहे हैं ऐसे पौधों की जड़ों के बारे में जिनके प्रयोग से आपकी किस्मत बदल सकते हैं। हालांकि यह जड़े किसी जानकार से पूछकर ही घर में लाएं। यहां जो जानकारी दी जा रही है वह भिन्न भिन्न स्रोत से एकत्रित की गई है। Vastu or Jyotish समाधान हेतु सम्पर्क करें। Vastu Master Mkpoddar.  Wp.9333112719.
हालांकि इसमें कितनी सचाई है यह बताना मुश्किल है।  जानिये इन जड़ों के बारे,,,,,,,,,,,,,
* काले धतूरे की जड़:- इसका पौधा सामान्य धतूरे जैसा ही होता है, हां इसके फूल अवश्य सफेद की जगह गहरे बैंगनी रंग के होते हैं तथा पत्तियों में भी कालापन होता है। इसकी जड़ को रविवार, मंगलवार या किसी भी शुभ नक्षत्र में घर में लाकर रखने से घर में ऊपरी हवा का असर नहीं होता, सुख -चैन बना रहता है तथा धन की वृद्धि होती है।

* मदार की जड़:- रविपुष्प नक्षत्र में लाई गई मदार की जड़ को दाहिने हाथ में धारण करने से आर्थिक समृधि में वृद्धि होती हैं।
* मदार की जड़:- रविपुष्प में उसकी मदार की जड़ को बंध्या स्त्री भी कमर में बंधे तो संतान होगी।
* हत्था जोड़ी:- हत्था जोड़ी का मुकदमा, शत्रु संघर्ष, दरिद्रता आदि के निवारण में इसका प्रयोग किया जाता है। तांत्रिक विधि में इसके वशीकरण के उपयोग किए जाते हैं। सिद्ध करने के बाद इसे लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर में किसी सुरक्षित स्थान में अथवा तिजोरी में रख दिया जाता है। इससे आय में वृद्घि होती है और सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है ।
*रक्तगुंजा की जड़:- रक्तगुंजा को लगभग सभी लोग जानते होंगे। इसे रत्ती भी कहते हैं क्योंकि इसका वजन एक रत्ती के बराबर होता है और किसी समय इससे सोने की तौल की जाती थी। इस पौधे की जड़ रवि पुष्य के दिन, किसी भी शुक्रवार को अथवा पूर्णिमा के दिन निर्मल भाव से धूप-दीप से पूजन कर उखाड़ें और घर में लाकर गाय के दूध से धो कर रख दें। इस जड़ का एक भाग अपने पास रखने से सारे कार्य सिद्ध होते हैं। मान-सम्मान में वृद्धि होती है।

सुदर्शन की जड़:-
करे सौदर्शनं बध्वा राजप्रियो भवेत्।
सिंही मूले हरेत्पुष्ये कटि बध्वा नृपप्रिय:।
हाथ में सुदर्शन की जड़ बांधें। तो राजा प्रिय होता है अथवा कांकरासिंही की जड़ पुष्य नक्षत्र में लाकर कमर में बाँधें तो राजा (मंत्री, अधिकारी) वश में होता है अथवा राजा का प्रिय हो जाता है।

सिद्धि देने वाली जड़ी-बूटी : गुलतुरा (दिव्यता के लिए), तापसद्रुम (भूतादि ग्रह निवारक), शल (दरिद्रता नाशक), भोजपत्र (ग्रह बाधाएं निवारक), विष्णुकांता (शस्त्रु नाशक), मंगल्य (तांत्रिक क्रिया नाशक), गुल्बास (दिव्यता प्रदानकर्ता), जिवक (ऐश्वर्यदायिनी), गोरोचन (वशीकरण), गुग्गल (चामंडु सिद्धि), अगस्त (पितृदोष नाशक), अपमार्ग (बाजीकरण)।

बांदा (चुम्बकीय शक्ति प्रदाता), श्‍वेत और काली गुंजा (भूत पिशाच नाशक), उटकटारी (राजयोग दाता), मयूर शिका (दुष्टात्मा नाशक) और काली हल्दी (तांत्रिक प्रयोग हेतु) आदि ऐसी अनेक जड़ी-बूटियां हैं, जो व्यक्ति के सांसारिक और आध्यात्मिक जीवन को साधने में महत्वपूर्ण मानी गई हैं।

भूख-प्यास को रोके जड़ी : वेदादि ग्रंथों के अलावा कौटिल्य के अर्थशास्त्र में जड़ी-बूटी, दूध आदि से निर्मित ऐसे आहार का विवरण है जिसके सेवन के बाद पूरे महीने भोजन की जरूरत नहीं पड़ती। कहते हैं कि आंधीझाड़ा से अत्यधिक भूख लगने (भस्मक रोग) और अत्यधिक प्यास लगने का रोग समाप्त किया जा सकता है। अर्थात जो लोग ज्यादा खाने के शौकीन हैं और मोटापे से ग्रस्त हैं वे इस जड़ी का उपयोग कर भूख को समाप्त कर सकते हैं।

इसे संस्कृत में अपामार्ग, हिन्दी में चिरचिटा, लटजीरा और आंधीझाड़ा कहते हैं। अंग्रेजी में इसे रफ चेफ ट्री नाम से जाना जाता है। यह पौधा 1 से 3 फुट ऊंचा होता है और भारत में सब जगह घास के साथ अन्य पौधों की तरह पैदा होता है। खेतों की बागड़ के पास, रास्तों के किनारे, झाड़ियों में इसे सरलता से पाया जा सकता है।

क्या वनस्पति तन्त्र के द्वारा बदल सकती है आपकी किस्मत

हम आपको बता रहे हैं ऐसे पौधों की जड़ों के बारे में जिनके प्रयोग से आपकी किस्मत बदल सकते हैं। हालांकि यह जड़े किसी जानकार से पूछकर ही घर में लाएं। यहां जो जानकारी दी जा रही है वह भिन्न भिन्न स्रोत से एकत्रित की गई है। Vastu or Jyotish समाधान हेतु सम्पर्क करें। Vastu Master Mkpoddar.  Wp.9333112719.
हालांकि इसमें कितनी सचाई है यह बताना मुश्किल है।  जानिये इन जड़ों के बारे में...

* बहेड़ा की जड़:- पुष्य नक्षत्र में बहेड़ा वृक्ष की जड़ तथा उसका एक पत्ता लाकर पैसे रखने वाले स्थान पर रख लें। इस प्रयोग से घर में कभी भी दरिद्रता नहीं रहेगी। इसके अलावा पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में बेहड़े का पत्ता लाकर घर में रखें, घर पर ऊपरी हवाओं के प्रभाव से मुक्त रहेगा।

*मंगल्य : मंगल्य नामक जड़ी भी तांत्रिक क्रियानाशक होती है।

* धतूरे की जड़:- धतूरे की जड़ के कई तां‍त्रिक प्रयोग किए जाते हैं। इसे अपने घर में स्थापित करके महाकाली का पूजन कर 'क्रीं' बीज का जाप किया जाए तो धन सबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
* धतूरे की जड़ : अश्लेषा नक्षत्र में धतूरे की जड़ लाकर घर में रखें, घर में सर्प नहीं आएगा और आएगा भी तो कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
* काले धतूरे की जड़:- इसका पौधा सामान्य धतूरे जैसा ही होता है, हां इसके फूल अवश्य सफेद की जगह गहरे बैंगनी रंग के होते हैं तथा पत्तियों में भी कालापन होता है। इसकी जड़ को रविवार, मंगलवार या किसी भी शुभ नक्षत्र में घर में लाकर रखने से घर में ऊपरी हवा का असर नहीं होता, सुख -चैन बना रहता है तथा धन की वृद्धि होती है।

* मदार की जड़:- रविपुष्प नक्षत्र में लाई गई मदार की जड़ को दाहिने हाथ में धारण करने से आर्थिक समृधि में वृद्धि होती हैं।
* मदार की जड़:- रविपुष्प में उसकी मदार की जड़ को बंध्या स्त्री भी कमर में बंधे तो संतान होगी।
* मदार की जड़:- कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय हेतु आर्द्रा नक्षत्र में आक की जड़ लाकर तावीज की तरह गले में बांधें।

* हत्था जोड़ी:- हत्था जोड़ी का मुकदमा, शत्रु संघर्ष, दरिद्रता आदि के निवारण में इसका प्रयोग किया जाता है। तांत्रिक विधि में इसके वशीकरण के उपयोग किए जाते हैं। सिद्ध करने के बाद इसे लाल रंग के कपड़े में बांधकर घर में किसी सुरक्षित स्थान में अथवा तिजोरी में रख दिया जाता है। इससे आय में वृद्घि होती है और सभी तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है।

* बेला की जड़:-विवाह की समस्या दूर करने के लिए बेला के फूलों का प्रयोग किया जाता है। इसकी एक और जाति है जिसको मोगरा या मोतिया कहते हैं। बेला के फूल सफेद रंग के होते हैं। मोतिया के फूल मोती के समान गोल होते हैं। महिला को गुरु की जड़ और पुरुष को शुक्र की जड़ अपने पास रखनी चाहिए।

* चमेली की जड़:- अनुराधा नक्षत्र में चमेली की जड़ गले में बांधें, शत्रु भी मित्र हो जाएंगे। विष्णुकांता का पौधा भी शत्रुनाशक होता है।
* चंपा की जड़:- हस्त नक्षत्र में चंपा की जड़ लाकर बच्चे के गले में बांधें। इस उपाय से बच्चे की प्रेत बाधा तथा नजर दोष से रक्षा होगी।
* शंखपुष्पी की जड़:- शंखपुष्पी की जड़ रवि-पुष्य नक्षत्र में लाकर इसे चांदी की डिब्बी में रख कर घर की तिरोरी में रख लें। यह धन और समृद्धि दायक है।
* तुलसी की जड़:- पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में तुलसी की जड़ लाकर मस्तिष्क पर धारण करें। इससे अग्निभय से मुक्ति मिलेगी।
* दूधी की जड़:- सुख की प्राप्ति के लिए पुनर्वसु नक्षत्र में दूधी की जड़ लाकर शरीर में लगाएं।
* नीबू की जड़:- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में नीबू की जड़ लाकर उसे गाय के दूध में मिलाकर निःसंतान स्त्री को पिलाएं। इस प्रयोग से उसे पुत्र की प्राप्ति होगी।
* * काले एरंड की जड़:- श्रवण नक्षत्र में एरंड की जड़ लाकर निःसंतान स्त्री के गले में बांधें। इस प्रयोग से उसे संतान की प्राप्ति होगी।
* लटजीरा:- लटजीरा की जड़ को जलाकर भस्म बना लें। उसे दूध  के साथ पीने से संतानोत्पति की क्षमता आ जाती हैं।

* अपामार्ग के प्रयोग : अपामार्ग बाजीकरण के काम में आती है। इसके भी कई प्रयोग हैं। एक प्रयोग यह है कि अश्विनी नक्षत्र में अपामार्ग की जड़ लाकर इसे तावीज में रखकर किसी सभा में जाएं, सभा के लोग वशीभूत होंगे।
* संखाहुली की जड़ : भरणी नक्षत्र में संखाहुली की जड़ लाकर ताबीज में जड़ दे और इसे गले में पहनें तो विपरीत लिंग वाले प्राणी आ

पसे आकर्षित होने लगेंगे।

*उटकटारी:- यदि आप राजनीति के क्षेत्र में तरक्की करना चाहते हैं तो यह जड़ी राजयोग दाता है। इस पौधे को बहुत से लोगों ने देखा होगा। इसके प्रभाव से व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि होती है। लेकिन इस पौधे को विधिपूर्वक लाकर पूजा करना होती है।

*रक्तगुंजा की जड़:- रक्तगुंजा को लगभग सभी लोग जानते होंगे। इसे रत्ती भी कहते हैं क्योंकि इसका वजन एक रत्ती के होत है ।

वट सावित्री व्रत 2022 तिथि मुहूर्त एवम् पूजन विधि

Astha Jyotish👉वट सावित्री व्रत कब है? 2022 में जानें डेट, शुभ मुहूर्त, महत्व व पूजन 👉ज्योतिष और वास्तु समाधान 🏠Vastu Guru_ Mk.✋ 👉WP. 9...